आयुष मंत्रालय देश में होम्योपैथी में शोध करने के लिए वैज्ञानिकों को समर्थन प्रदान करता है। यह योजना उपचार की प्रभावशीलता को सुनिश्चित करने, होम्योपैथिक सिद्धांतों की बेहतर समझ प्राप्त करने और विभिन्न सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान करने के लिए उच्च प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में शोध को बढ़ावा देती है।
योजना के उद्देश्य:
- प्राथमिकता वाले रोगों के उपचार के लिए अतिरिक्त शोध मोड में अनुसंधान और विकास का समर्थन करना।
- आयुष दवाओं और उपचारों की सुरक्षा, प्रभावशीलता और गुणवत्ता के लिए वैज्ञानिक प्रमाणों का मानकीकरण/सत्यापन और विकास करना।
- आयुष प्रणाली का वैज्ञानिक अन्वेषण अंतरविभागीय दृष्टिकोणों के साथ करना।
- प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में आवश्यकता आधारित परिणाम प्राप्त करना।
- आयुष प्रणाली में मानव संसाधन की क्षमता का विकास करना, विशेष रूप से आयुष प्रणालियों में अभिरुचि और विशेषज्ञता को बढ़ावा देना।
आयुष मंत्रालय की एक्स्ट्रा-म्यूरल रिसर्च योजना का उद्देश्य राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों के साथ समन्वय करते हुए रोगों के बोझ के आधार पर प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देना है। यह योजना देश में उपलब्ध विशाल शोध ढांचे का उपयोग करके शास्त्रीय दवाओं के मानकीकरण और सत्यापन के लिए भी काम करती है। इस योजना का उद्देश्य आयुष क्षेत्र की आवश्यकताओं के अनुरूप केंद्रित परिणाम प्राप्त करना है और साथ ही आयुष प्रणाली के युवा विद्वानों को आधुनिक वैज्ञानिक मानकों पर आयुष प्रणाली के शोध में अपनी बुद्धिमत्ता और ऊर्जा का उपयोग करने के लिए प्रेरित करना है।
केंद्रीय होम्योपैथी अनुसंधान परिषद इस योजना के तहत होम्योपैथी से संबंधित नए परियोजनाओं को तकनीकी विशेषज्ञता प्रदान कर रहा है और उनकी समीक्षा कर रहा है, ताकि उन्हें आयुष मंत्रालय से अनुदान सहायता प्राप्त हो सके।
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